Unknown 17:41:00 Bewafa Pyar No comments अलफ़ाज़ नहीं बचे अब सबकुछ लिख चूका हूँ, शायद मोहब्बत के खातिर पूरी तरह बिक चूका हूँ Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg
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