Unknown 17:32:00 Bewafa Pyar No comments की पहल तो सब ने गर्ज समझाताल्लुकात बढ़ाये तो खुदगर्ज समझा हम तो सोच भी न सके रिश्तों को भुनाने की बातमगर फायदा उठाया उसी ने, जिसे हमदर्द समझा Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg
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